Saturday, June 20, 2020

अधूरे सवाल आज भी है कुछ रहते...

न जाने कितनी गोलियां सीने में ले जाते है,
बिना उफ़ किए सारे दर्द सह जाते हैं।
धन्य है वो माँ , जिसने जन्म दिया वीर जवानो को,
तू तो वीरगति को चला गया , पर छोड़ गया कई सवालों को...

न जाने वो बहन फिरसे बाँध पायेगी तुझको राखी,
बचपन मे बहुत वादे करता था ,बन कर रहूँगा साथी ।
न जाने कैसे सोता होगा वो भाई रात को,
तू छूता चला जा रा है  सरहद के किनारों को।

रात के अँधेरे में हम सब सुकून से सो जाते है,
न जाने कितने जवान तब तक शहीद हो जाते  है ।
ये दर्द वो बाप कैसे झेल जाता है,
अपने कंधे पर सर रख बेटे को अलविदा कह आता है ।

नन्हे - नन्हे कदम आज कुछ आगे है बढ़ते,
क्या छोड़ जायेगा इनका हाथ यूँही चलते - चलते ?
क्या कसूर था इनका, पापा अब किस को पुकारे ये तोह बता जाते। 
राह है बोहत लम्बी, अब कैसे मिलेगी फिर से ये ख़ुशी ?

तेरे बिना हर इक लम्हा है बोहत मुश्किल,
तू चला गया ये जान कर रह पायेगी क्या इसकी हंशी ?
जिस केः साथ सात-फेरे है लिए, जीवन भर का साथ नहिभाने केः वादे है किये,
ऐसे मुँह मोड़ कर चला जायेगा बिना कुछ कहे ?

ना जाने कौन से तत्व से माँ ने तुझे बनाया है,
कौन सी गोली कब कहाँ लग जाये तुझे ,यह कोई नहीं जान पाया है ।
दूर है तू  अपनी माँ से आज पर मुस्कुराते रहना,
इन सब रिश्तो को एक बार पीछे मूड कर जरूर है देखना ।

चमकते रहते है हमारे घर के दिये ,
पर बुझ जाते है कुछ माँ के चिराग हमेशा के लिए ।
अमर हो जाते है धरती माँ के बेटे,
पर उनसे पूछे सवाल आज भी है कुछ रहते...

3 comments:

  1. Wonderful.. Prayers for the Worriers..

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  2. Respect for the warriors 🙋
    And you're gonna be a great poet one day 😅😘

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अधूरे सवाल आज भी है कुछ रहते...

न जाने कितनी गोलियां सीने में ले जाते है, बिना उफ़ किए सारे दर्द सह जाते हैं। धन्य है वो माँ , जिसने जन्म दिया वीर जवानो को, तू तो वी...